पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का निधन: देश ने खोया एक महान नेता
भारत के पूर्व प्रधानमंत्री और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता डॉ. मनमोहन सिंह अब हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने दिल्ली के एम्स हॉस्पिटल में अपनी आखरी सांस ली। आप को बता दे की डॉ. मनमोहन सिंह लंबे समय से बीमार चल रहे थे। ये शांत स्वभाव के लिए जाने जाते थे। और एक बड़े अर्थशास्त्री थे उन्हें भारत के उदारीकरण के जनक के रूप में पहचाने बनाने वाले वाले मनमोहन सिंह ने 1991 के आर्थिक सुधार के जरिए देश को एक नई दिशा दी थी, जिससे भारत विश्व मंच पर एक सशक्त अर्थव्यवस्था के रूप में उभर सका। उन्होंने भारत के लिए आर्थिक विकास और राष्ट्र के निमार्ण में एक अहम् योगदान दिया था।
डॉ. मनमोहन सिंह आलोचनाओं के बीच एक शांत लेकिन प्रभावशाली व्यक्तित्व थे। उनके आलोचक अक्सर उन्हें “चुप रहने वाले प्रधानमंत्री” के रूप में लेबल करते थे, जो 2004 से 2014 तक यूपीए सरकार के शीर्ष पर अपने एक दशक के कार्यकाल के दौरान उनके मितभाषी स्वभाव पर बार बार कटाक्ष किया करते थे। उनकी चुप्पी को अक्सर उनकी कमजोरी के रूप में देखा गया, लेकिन आलोचनाओं के इस शोर के बीच उनका काम और उनकी नीतियां लगातार बोलती रहीं।
उन्होंने ने कई बार अपनी चुप्पी तोड़ी और सोच को स्पष्ट किया। 2018 में, जब उनकी छह खंडों वाली पुस्तक ‘चेंजिंग इंडिया’ के उद्घाटन हुआ , उनपे लगाए गए मितभाषी होने के आरोपों का एक मजबूत जवाब था जिसमें डॉ. सिंह ने एक अर्थशास्त्री के रूप में अपने करियर के बारे में विचार लिखे थे, जिन्होंने भारत के बाजार को बेहतर बनाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी और भारत की अर्थव्यवस्था को नई दिशा देने में अपनी भूमिका का भी विस्तार से उल्लेख किया।
डॉ.मनमोहन सिंह ने पुस्तक के विमोचन के मौके पर, उन्होंने स्पष्ट शब्दों में कहा था की “इतिहास मेरी नीतियों और कार्यों का मूल्यांकन करेगा, न कि विपक्ष के आरोप या आलोचनाएं।” यह उनके शांत लेकिन दृढ़ विश्वास का परिचायक था। उन्होंने यह भी जोड़ा कि उनके लिए जनता की सेवा करना ही सर्वोपरि था, और लोकप्रियता के पीछे भागने से अधिक जरूरी देश के हित में ठोस कदम उठाना था।
डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओ ने जताया शोक
27 दिसंबर को कांग्रेस के सभी वरिष्ठ नेताओं ने शुक्रवार को पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा शोक व्यक्त किया और उन्हें राष्ट्र के आर्थिक विकास के लिए उनके योगदान को आने वाली कई पीढ़ियां याद रखेंगी। कांग्रेस अधिवेशन में भाग लेने के लिए बेलगावी आए पार्टी के वरिष्ठ नेता डॉ. मनमोहन सिंह के निधन के बाद अधिवेशन रद्द होने के बाद दिल्ली के लिए रवाना हुए ।
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संदीप दीक्षित ने बताया की पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के सम्मान में केंद्र सरकार ने सात दिन के राष्ट्रीय शोक की घोषणा की है। गुरुवार देर रात उनके निधन की खबर ने पूरे देश को शोकाकुल कर दिया। डॉ. मनमोहन जी का अंतिम संस्कार पुरे राजकीय सम्मान के साथ आज किया जाएगा। क्योंकि परिवार उनकी बेटी के विदेश से लौटने का इंतजार कर रहा है।
Tata sons के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने भी शोक व्यक्त किया
Tata sons के चेयरमैन एन. चंद्रशेखरन ने शुक्रवार को कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व प्रधानमंत्री डॉ. मनमोहन सिंह के निधन पर गहरा शोक जताया और उन्हें एक दिग्गज नेता थे जिन्होंने नए, उदार भारत की कल्पना की थी जो दुनिया में अपना सही स्थान ले रहा है।
अपने भावुक शोक संदेश में, उन्होंने डॉ. सिंह को एक ऐसे दूरदर्शी नेता करार दिया, जिसने भारत को वैश्चिक मंच पर उसका सही स्थान दिलाने का सपना देखा और उसे साकार भी किया।
उन्होंने ये भी लिखा की ” 92 वर्षीय डॉ. सिंह का गुरुवार रात दिल्ली के अखिल भारतीय आयुर्विज्ञान संस्थान (एम्स) में निधन हो गया। उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर दौड़ गई है”